केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है और दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है। संघ विचारक एमजी वैद्य ने राम मंदिर निर्माण, धारा 370 को हटाने और समान नागरिक कानून जैसी मांगों को पूरा करने की बात कही है।
संघ इससे पहले यह कह चुका है कि वह सरकार बनाने की प्रक्रिया में किसी तरह की दखलंदाजी नहीं करेगा। लेकिन जिस तरह से पिछले दिनों नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने मोहन भागवत समेत संघ के दूसरे नेताओं से मुलाकात की, उससे कहीं न कहीं यह संकेत भी मिला कि संघ नई सरकार में सशक्त भूमिका निभाने की तैयारी में है।
ऐसे समय में संघ के प्रमुख विचारक एमजी वैद्य ने इस तरह की मांगें सामने रखी हैं। एमजी वैद्य ने इस संबंध में अपने ब्लॉग 'भाष्य' पर एक लेख भी लिखा है। वैद्य ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि 1999 में बीजेपी सिर्फ 182 सीटें जीत पाई थी। उस समय सहयोगी दलों को ध्यान में रख कॉमन मिनिमम प्रोग्राम ही लागू किया गया। वैद्य ने लिखा है, 'इस बार बीजेपी को 284 सीटों पर अभूतपूर्व जीत है। इस बार बीजेपी का घोषणापत्र भी स्वतंत्र है, जिसमें राम मंदिर, धारा 370 और समान नागरिक कानून शामिल हैं।'