का वादा ही नहीं शिलान्यास तक किया था स्थानीय सांसद सह भाजपा के कद्दावर राष्ट्रीय नेता सह प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन ने। जिसके कई वर्ष बीतने के बाद भी आज तक यह सड़क नहीं बन पायी है। अंततः नगरह गाँव के ग्रामीणों ने फैसला ले ही लिया कि जब सड़क नहीं तो वोट नहीं । इतना ही नहीं इस निर्णय का एक बोर्ड भी गाँव के प्रवेश द्वार पर भी लगा दिया गया।
नगरह गांव के लोग सड़क के आभाव में नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। इस संबंध में गांव के दुर्गा प्रसाद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 4.15 किमी यह सड़क नवादा से लेकर नगरह गांव तक बनना था। सड़क को बनाने के लिए तीन करोड़ 92 लाख राशि स्वीकृत किया गया था। मिट्टी भराई व कालीकरण करना था। सांसद शाहनवाज हुसैन ने सड़क का उद्घाटन किया था। तब सांसद ने कहा था कि सड़क नहीं बना तो वोट मांगने नहीं आएंगे। सड़क नहीं बनने के कारण ग्रामीणों को अवागमन मे काफी परेशानी होती है, खासकर प्रसव पीड़ित महिला को अस्पताल पहुंचाने में।
ग्रामीण मोहन प्रसाद सिंह, हरिनाथ मालाकार, कैलाश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार सिंह, घनश्याम, कन्हैया लाल, रामचंद्र मंडल आदि ने बताया कि नेताओं की थोथी घोषणा और सड़क निर्माण की मांग को लेकर वोट बहिष्कार का फैसला लिया गया है।