
विधायक ने पूरे घटनाक्रम से प्रमंडलीय आयुक्त को अवगत कराते हुए
दुर्व्यवहार करनेवाले अंचलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित मुख्य सचिव को पत्र लिख कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया है. विधायक शैलेंद्र ने बताया कि को वह बिहपुर प्रखंड व अंचल कार्यालय का निरीक्षण करने गये थे. स्थानीय लोगों से सीओ के खिलाफ मिल रही शिकायत पर वह निरीक्षण के लिए गये थे. बीडीओ पटना में थे. प्रखंड कार्यालय में चार कर्मचारी अनुपस्थित थे. प्रखंड कार्यालय के बाद वह अंचल कार्यालय गये. विधायक का आरोप है कि कार्यालय में अंचलाधिकातरी नरोत्तम पांडे ने कहा कि उनके रहते विधायक को निरीक्षण करने का अधिकार नहीं है. यह भी कहा कि यह आपके सेहत के लिए ठीक भी नहीं रहेगा. विधायक के अनुसार इसके बाद वह वहां से चले आये.
उन्होंने दूरभाष पर ही पूरी जानकारी प्रमंडलीय आयुक्त को दी. विधायक का आरोप है कि अंचलाधिकारी का आम जनता के प्रति भी व्यवहार खराब है. विधायक के अनुसार 13 अप्रैल को बभनगामा और 20 अप्रैल को बिहपुर-जमालपुर पंचायत में लगे ग्राम विकास शिविर में भी खुद उनके सामने सीओ ने लोगों के साथ मारपीट करने व हड्डी तोड.ने की बात कही थी. विधायक ने आरोप लगाया कि सीओ अपने आवास से ही कार्यालय चलाते थे. म्यूटेशन, काबिल लगान निर्धारण में अपने बिचौलिए की मदद से मोटी रकम वसूलते हैं. किसी भी तरह का प्रमाण पत्र देने में भी वे रकम वसूलते हैं. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में भी विधायक श्री शैलेंद्र ने सारी बातों का उल्लेख किया है.
वहीं सीओ नरोत्तम पांडेय ने विधायक के आरोपों पर कुछ नहीं कहा। उन्होंने बताया कि विधायक जी अपने निरीक्षण के दौरान जिसकी हाजिरी काट रहे थे, वह उपस्थित थे। उन्होंने पूरे शिष्टता के साथ उनसे यही कहा कि सर वह कर्मी उपस्थित है। बस इतनी सी बात है।