मामले मे नवगछिया के एसपी आनन्द कुमार सिह ने कहा कि घटना की लिखित शिकायत मिलने पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। देर रात तक किसी भी पक्ष की ओर से थाना में आवेदन नहीं दिया गया था। जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने भी कहा कि पीड़ित पक्ष की ओर से लिखित शिकायत दिये जाने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी।
उधर, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अफजल अमानुल्लाह ने भागलपुर के आयुक्त, जिलाधिकारी व एसएसपी को विधायक द्वारा मारपीट किये जाने के मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
कैसे हुई घटना
जानकारी के मुताबिक, गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र के इस्माइलपुर से बिंद टोली तक ध्वस्त बांध का जायजा लेने के बाद विधायक गोपाल मंडल स्पर छह का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने गुणवत्ताहीन कार्य करवाये जाने की शिकायत की। इस पर उन्होंने काम करवा रही कंपनी रामानंद कंस्ट्रकशन के संचालक सह ठेकेदार को बुलाने को कहा। ठेकेदार के नहीं आने पर विधायक खुद उनके कैंप के पास चले गये। वहां बैठे रामानंद चौधरी से जब ठेकेदार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताने से मना कर दिया। इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि वही ठेकेदार हैं। पहचान छुपाने की वजह से विधायक ने रामचंद्र को डांट-डपट की। इस पर ठेकेदार आग बबूला हो गया, जिसकी वजह से दोनों के बीच विवाद बढ। गया। ग्रामीणों ने बताया कि इसी क्रम में विधायक ने ठेकेदार रामानंद चौधरी को तमाचा जड़ दिया। इसके बाद दोनों के बीच काफी कहासुनी शुरु हो गयी, जिसे विधायक के सुरक्षा कर्मियों ने नियंत्रित किया। इसके बाद ठेकेदार द्वारा कार्य को बन्द करा दिया गया।
जहा कुछ ही देर पर पहुचे स्वास्थ्य मन्त्री को मामले की जानकारी मिली तो ठेकेदार को बुलाकर समझाया कि काम बन्द करने पर दोषी साबित हो जायेगे और आप पर प्राथमिकी दर्ज हो जायेगी। काफी समझाने के बाद मौके पर काम चालु किया गया।
पैसे नहीं दिये इसलिए मारा थप्पड़
रामानंद कंस्ट्रकशन के संचालक रामानंद चौधरी ने बताया कि कुछ दिन पूर्व विधायक के पीए ने कटाव निरोधी कार्य के एवज में उनसे पैसे मांगे थे। नहीं देने की वजह से विधायक ने आज उसे तमाचा जड़ दिया।
क्या कहते है विधायक गोपाल मंडल
मैने किसी ठेकेदार को चांटा नहीं मारा है। रामानंद चौधरी कटाव निरोधी काम में लापरवाही बरत रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण काम करने कहने पर वह गाली गलौज करने लगे। मंत्री जी ने आकर बीच बचाव किया। इस पूरे मामले और गुणवत्ताहीन कार्य किये जाने की शिकायत राज्य सरकार से की जायेगी। इसके लिए शुक्रवार को उन्हें चिट्ठी भेजी जायेगी। --- नरेन्द्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल, विधायक, गोपालपुर।
क्या कहते है मन्त्री अश्वीनी चौबे
मै पहुचा तो काम बन्द था। ठेकेदार ने बताया कि बदतमीजी हुई है। मैने बीच बचाव करते हुए बान्ध पर राहत कार्य जारी रखने को कहा। यह भी बता दिया कि कटाव से जान माल का नुक्सान होने पर प्राथमिकी होगी। यह सुनकर लोग काम पर लौट गये। --- अश्वीनी चौबे, स्वास्थ्य मन्त्री, बिहार सरकार।