रक्षाबंधन के मौके पर बुधवार और गुरूवार को ट्रेनें और बसें फुल रहीं। भीड़ अधिक होने के कारण कई ट्रेनों और बसों में यात्रियों को छतों पर बैठकर यात्रा करनी पड़ी। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर यात्रियों की दिनभर भीड़ लगी रही। गुरुवार को भी ट्रेनों और बसों की कमोबेश यहीं स्थिति रहेगी।
यात्री दबाव को देखते हुए रोडवेज ने कोई अतिरिक्त बसें नहीं चलाईं। वहीँ रेलवे प्रशासन ने बरौनी कटिहार रेल खंड में किसी भी सवारी ट्रेनों के डिब्बों में बढ़ोतरी तो नहीं की। साथ ही उसके ठहराव की समय सीमा में भी कोई ईजाफा भी नहीं किया। जिसकी वजह से गुरूवार को ५५५३७ अप सवारी गाडी के नवगछिया स्टेशन पर ठहराने और खुलने का समय काफी कम रहा। जहां महिलाओं सहित सामान्य यात्रियों की संख्या काफी अधिक थी। इस ट्रेन के ठहराव इतना कम देर रहा कि उतरने वाले यात्री पुरी तरह उतर भी नहीं पाए थे और चढ़ने वाले चढ़ना शुरू ही किये थे कि ट्रेन खुल गयी। इस दौरान कई महिलायें , बच्चे और लोग गिर पड़े। किसी के बच्चे ट्रेन पर चढ़ गए तो उनकी माँ नहीं चढ़ पायी। उन बच्चों कों खरीक स्टेशन पर उतारा गया। किसी की माँ चढ़ गयी तो उसके बच्चे छुट गए। जिन्हें बाद में आयी हाटे बजारे ट्रेन से भेजा गया। जबकि इस ट्रेन के गार्ड को ट्रेन रोकने का अनुरोध भी कई लोगों ने किया गया लेकिन उसने किसी की भी नहीं सुनी। इस मामले की जानकारी तत्काल मंडल रेल प्रबंधक सोनपुर कों दी गयी। जिन्होंने मामले की जांच का आश्वाशन दिया।