बिहार पुलिस की एसटीएफ ने गुरुवार को मादक
पदार्थो के धंधे में लिप्त अंतरराष्ट्रीय गिरोह के चार सदस्यों को दबोचा है, जिसमें रेलवे का एक जूनियर इंजीनियर भी है। इनके पास से 25 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। इसे यूरोप भेजने की तैयारी थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार के इसकी कीमत सौ करोड़ रुपये आंकी गई है। बिहार में इतनी बड़ी मात्रा में हेरोइन की बरामदगी की यह पहली घटना है।
राज्य पुलिस ने मामले की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स ब्यूरो ऑफ इंडिया को लिखा है। गिरोह का पता चलने पर एसटीएफ ने मास्टर माइंड सुजीत कुमार को पकड़ा। सुजीत रेलवे में जूनियर इंजीनियर है और बरौनी स्टेशन पर पदस्थापित है। वह नालंदा जिले का रहने वाला है। सुजीत से पूछताछ के क्रम में पटना के जक्कनपुर से अविनाश कुमार, गया के सुरेंद्र पासवान व समस्तीपुर के मनोज शर्मा को गिरफ्तार किया गया। इस क्रम में पच्चीस किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई।
पुलिस ने बताया कि गिरोह कूरियर के माध्यम से हेरोइन यूरोप भेजने की फिराक में था। हैंडीक्राफ्ट के बेहतरीन पैक में हेरोइन की खेप लक्जेमबर्ग, नीदरलैंड व इंग्लैंड भेजे जाने के प्रमाण मिले हैं। अंतरराष्ट्रीय कूरियर कंपनी टीएनटी की बिहार स्थित फ्रेंचाइजी मूवर्स एंड पैकर्स के पटना स्थित दफ्तर से हेरोइन की बरामदगी हुई है। वहां से जानकारी मिली कि इन लोगों द्वारा हेरोइन की खेप नियमित रूप से यूरोप के अलग-अलग देशों में भेजी जा रही थी।

राज्य पुलिस ने मामले की जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स ब्यूरो ऑफ इंडिया को लिखा है। गिरोह का पता चलने पर एसटीएफ ने मास्टर माइंड सुजीत कुमार को पकड़ा। सुजीत रेलवे में जूनियर इंजीनियर है और बरौनी स्टेशन पर पदस्थापित है। वह नालंदा जिले का रहने वाला है। सुजीत से पूछताछ के क्रम में पटना के जक्कनपुर से अविनाश कुमार, गया के सुरेंद्र पासवान व समस्तीपुर के मनोज शर्मा को गिरफ्तार किया गया। इस क्रम में पच्चीस किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई।
पुलिस ने बताया कि गिरोह कूरियर के माध्यम से हेरोइन यूरोप भेजने की फिराक में था। हैंडीक्राफ्ट के बेहतरीन पैक में हेरोइन की खेप लक्जेमबर्ग, नीदरलैंड व इंग्लैंड भेजे जाने के प्रमाण मिले हैं। अंतरराष्ट्रीय कूरियर कंपनी टीएनटी की बिहार स्थित फ्रेंचाइजी मूवर्स एंड पैकर्स के पटना स्थित दफ्तर से हेरोइन की बरामदगी हुई है। वहां से जानकारी मिली कि इन लोगों द्वारा हेरोइन की खेप नियमित रूप से यूरोप के अलग-अलग देशों में भेजी जा रही थी।