मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर के जिला अतिथि गृह
(सर्किट हाउस) से ही गुरुवार को सूबे का राजकाज चलाया। मुख्यमंत्री ने भारत बंद के मद्देनजर यहीं से पूरे सूबे के विधि-व्यवस्था पर नजर रखा और जायजा लिया। इस दौरान डीजीपी व स्वास्थ्य सचिव समेत जल संसाधन मंत्री एवं कृषि मंत्री ने भी सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित रहकर सूबे के कामकाज पर नजर रखा। जहां मुख्यमंत्री अपनी सेवा यात्रा के क्रम में भागलपुर पहुंचे थे ।

पेट्रोल मूल्य वृद्धि के खिलाफ राजग द्वारा आहूत भारत बंद को मुख्यमंत्री ने अपना नैतिक समर्थन दिया था और इसी के तहत खुद को सर्किट हाउस तक समेट लिया था। सेवा यात्रा के लिए साथ में आये जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, डीजीपी अभयानंद, विकास आयुक्त अशोक कुमार सिन्हा भी अपने कमरे से बाहर आ चुके थे। स्वास्थ्य सचिव संजय सिन्हा भी थे। मुख्यमंत्री ने सबों से कुशल क्षेम पूछा और फिर भारत बंद के मद्देनजर डीजीपी से पूरे सूबे की स्थिति की जानकारी ली। सभी जगह से शांतिपूर्ण बंदी की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने डीजीपी को पूरे सूबे की स्थिति पर आगे भी नजर रखने को कहा।
प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम, डीएम नर्मदेश्वर लाल, डीआईजी अमित कुमार जैन, एसएसपी केएस अनुपम समेत कई अधिकारी सर्किट हाउस की हाल में बैठे। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि यहां पर मुख्यमंत्री ने कई फाइलों को निपटाया। इस बीच जिले के प्रभारी मंत्री सह कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह भी पहुंच गये। सबों ने शुक्रवार को होने वाले जनता दरबार और सबौर की सभा को लेकर चर्चा की।