देश के दिग्गज उद्योगपति भारत रत्न रतन टाटा को भी करना पड़ गया दुनियाँ को टाटा
नव-बिहार न्यूज 24, मुंबई। भारत रत्न से सम्मानित देश के दिग्गज उद्योगपति एवं टाटा सन्स के चेयरमैन रतन टाटा का 86 वर्ष की उम्र में बुधवार को मुंबई में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। उन्हे लो ब्लड प्रेशर की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन पर उद्योगपति हर्ष गोयनका ने बुधवार की रात 11:24 बजे सोशल मीडिया पर लिखा, "घड़ी की टिक-टिक बंद हो गई। टाइटन नहीं रहे। रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार के प्रतीक थे। वे हमेशा हमारी यादों में ऊँची उड़ान भरेंगे। रतन टाटा की निधन की खबर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे देशवासियों ने शोक संवेदना जताया है।
बता दें कि दो दिन पहले भी रतन टाटा की तबियत खराब होने की खबर आई थी। जिसका खंडन उन्होंने खुद सोशल मीडिया के माध्यम से किया था और लिखा था कि वे अपनी बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य को लेकर रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल गए थे। इसके बाद बुधवार को एक बार फिर उनकी तबियत बिगड़ने की खबर आई। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका तबियत गंभीर होने के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
आईसीयू में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। शराब नहीं पीने वाले और धूम्रपान न करने वाले रतन टाटा और विवाहित ही रहे एक बार उन्होंने स्वीकार किया था जब वह लॉन्च एंजिल्स में काम कर रहे थे तब एक समय ऐसा आया जब उन्हें प्यार हो गया था, लेकिन 1962 के भारत चीन युद्ध के कारण लड़की के माता-पिता उसे भारत भेजने के विरोध में थे जिसके बाद कभी शादी नहीं की। उन्होंने वर्ष 1991 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद की कमान संभाली थी और 2012 में रिटायर हो गए थे। अपने कार्यकाल में उन्होंने टाटा ग्रुप को काफी ऊंचाइयों पर पहुंचाया था। उन्हें वर्ष 2000 में पद्म भूषण 2008 में पद्म विभूषण अवार्ड से नवाजा गया 2009 में हॉनरेरी नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश अंपायर के अलावे 2022 में इंटरनेशनल हेरिटेज फाउंडेशन का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया था।