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रबी महाअभियान के तहत नवगछिया के किसानों को मिली कई तरह की जानकारियां, कई किसान सम्मानित

रबी महाअभियान के तहत नवगछिया के किसानों को मिली कई तरह की जानकारियां, कई किसान सम्मानित


नवगछिया (भागलपुर)। नवगछिया प्रखंड परिसर स्थित कृषि भवन के सभागार में निर्धारित कार्यक्रम के तहत रबी महाअभियान अंतर्गत एक दिवसीय रबी कार्यशाला सह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक डा ए के मौर्य, ई पंकज कुमार एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी कुंदन कुमार तथा आत्मा भागलपुर के परियोजना उप निदेशक प्रभात कुमार सिंह और प्रखंड कॄषक सूचना समिति अध्यक्ष नीरज साहू ने संयुक्त रूप से किया। जहां मौके पर किसान सलाहकार गौतम कुमार, संतोष कुमार, बालमुकुंद कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, विन्देश्वरी यादव, बीटीएम कुमार गौतम, एटीएम साहिना परवीन, कृषि समन्वयक पंकज सिंह, किसान गौरव अंगद राय सहित दर्जनों की संख्या में युवा और बुजुर्ग किसान तथा महिला किसानों के साथ साथ वन क्षेत्र पदाधिकारी पृथ्वी नारायण सिंह, वनपाल और उत्प्रेरक राकेश कुमार की मौजूदगी थी। जहां वन विभाग द्वारा कृषि वानिकी करने वाले किसान अंगद राय सहित कई महिला और पुरूष किसानों को पौधा प्रदान कर सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से आत्मा भागलपुर के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार ने किसानों को सलाह दी कि मौसम बदल रहा है, इसलिए परंपरागत खेती को बदलना चाहिए और जैविक खेती करनी चाहिए। किसानों की जीविका खेती पर ही निर्भर करती है, इसलिए खेती के साथ ही गौ पालन और पशु पालन भी लाभदायक है। किसानों को अपने समान विचारधारा वालों को जोड़कर एक समूह बनाने की सलाह देते हुए समूह को आत्मा से जोड़ने की बात बतायी। जिससे आप किसानों को भविष्य में आपके उत्पाद का सही बाजार भाव मिल सकेगा। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार से शनिवार तक अलग-अलग पंचायतों में किसान चौपाल का भी आयोजन किया जाएगा।

मौके पर कृषि वैज्ञानिक डा ए के मौर्य ने उपस्थित किसानों को रब्बी फसल के तहत मक्का, तेलहन एवं दलहन के फसलों में लगने वाले कीट से बचाव के उपाय के बारे में बताया। वहीं ई पंकज ने जीरो टिलेज विधि से गेहूं की खेती करने के बारे में जानकारी दी। साथ ही कृषि यंत्रों के रखरखाव एवं उसके मरम्मतीकरण के बारे में सलाह भी दिया। मौके पर बकरी पालन और मशरुम उत्पादन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त किये किसानों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।