माय के मान
भूल्हौ नय माय के अहसान।
जोगी राखो माय के मान।
जोगी राखो माय के मान।
दयामयी देवी की सूरत।
माय छेकै ममता के मूरत।
अँचरा झांपी प्राण बचैलखौं।
सब दिन नेह दुलारे देलखौं।
लागे नय देलखौं सरदो घाम।
जोगी राखो माय के मान।
चंदा मामू दूध कटोरी।
मिट्ठो-मिट्ठो गावी लोरी।
दुनिया के सब दुःख सही क।
जाड़ा गर्मी रही सही क।
चाहलखौं तोरे मुस्कान।
जोगी राखो माय के मान।
मिट्ठो-मिट्ठो गावी लोरी।
दुनिया के सब दुःख सही क।
जाड़ा गर्मी रही सही क।
चाहलखौं तोरे मुस्कान।
जोगी राखो माय के मान।
खर्रो जितिया तोरहै लेली।
भूख-प्यास सब्भे कुछ भूली।
कांटों कुस्सो सबकुछ झेली।
सुखी अखम्बर जीवन लेली।
पैल्है माय्है से वरदान।
जोगी राखो माय के मान।
भूख-प्यास सब्भे कुछ भूली।
कांटों कुस्सो सबकुछ झेली।
सुखी अखम्बर जीवन लेली।
पैल्है माय्है से वरदान।
जोगी राखो माय के मान।
सबकुछ मिलथौं बारम्बार।
मैय्यो-बाबू एक्के बार।
चाहो बनभे बड़ो ऑफिसर।
माय बिना कहलैभै टूअर।
करहौ नय माय के अपमान।
जोगी राखो माय के मान।
बूढ़हौं के जे चोट लागै छै।
माय गे मायगे नाम रटे छै।
माय शब्द छै बड़ा महान।
बूढ़ों -बुतरु एक समान।
बचभै लेली माय के प्राण।
जोगी राखो माय के मान।
अभय कुमार भारती
कुशवाहा टोला, लोदीपुर, भागलपुर
कुशवाहा टोला, लोदीपुर, भागलपुर