नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), भागलपुर : 13 सौ करोड़ सृजन महाघोटाले की जांच सीबीआइ के हवाले होने के बाद पुलिस की जांच में और तेजी आ गई है। शुक्रवार को दो बैंक प्रबंधकों से पूछताछ की गई। इसके अलावा गिरफ्तार डीएम आदेश तितरमारे के स्टेनो प्रेम कुमार शुक्ला, नाजिर राकेश झा और प्रिंटिंग प्रेस के मालिक बंशी झा का पुलिस नाकरे टेस्ट व ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराएगी। गिरफ्तारी के बाद तीनों को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया था। आरोपित कुछ भी उगलने को तैयार नहीं हैं। इसीलिए पुलिस नाकरे टेस्ट की तैयारी कर रही है। उधर आर्थिक अपराध इकाई ने सीबीआइ को नामजद व फरार अभियुक्तों का ब्योरा सौंप दिया है। इस मामले अब तक 18 आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि 19 आरोपित अभी भी फरार हैं।
सहरसा के दो पूर्ववर्ती बैंक प्रबंधकों के बाहर जाने पर रोक:
सहरसा में वर्ष 2012 से 2015 के दौरान पदस्थापित चार बैंक प्रबंधकों की कुंडली पुलिस ने निकाल ली है। इस मामले में पूर्णिया जिले के गुलाबबाग शाखा के बैंक ऑफ बड़ौदा प्रबंधक पीके झा और कुमुद रंजन से पूछताछ की गई। कुमुद रंजन वर्तमान में सुपौल में पदस्थापित हैं। इन दोनों के मुख्यालय छोड़ने पर भी रोक लगा दी गई है।
सीबीआइ को फिर उपलब्ध कराई गईं प्राथमिकियों की प्रति : गृह विभाग ने महत्वपूर्ण दस्तावेज दोबारा सीबीआइ के दिल्ली स्थित मुख्यालय को उपलब्ध कराए हैं। दरअसल, विगत 18 अगस्त को गृह विभाग ने कई दस्तावेज उपलब्ध कराए गए थे, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद करने के क्रम में कुछ त्रुटियां रह गई थी। जिन्हे सुधार कर पुन: भेजा है।
नेपाल में शरण लिए हुए हैं फरार एडीएम : अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह निलंबित होंगे। वे बिना सूचना पिछले 15 दिनों से गायब हैं। उनके नेपाल में शरण लेने की सूचना मिल रही है। पुलिस उनके पैतृक घर समस्तीपुर व पटना के आवास से बैरंग लौट चुकी है।