राजेश कानोडिया।
नवगछिया नगर स्थित श्री गोपाल गौशाला परिसर के तालाब के सौदर्यीकरण का मामला इन दिनों पूरी तरह से शिथिल हो गया है। जहां अब खुले रूप से गंदगी का अंबार भी लगने लगा है। जिसे किसी भी समय खुली आँखों से देखा जा सकता है। जहां गंदगी फैलाने से रोकने के लिए किसी तरह का कोई प्रतिबंध तो दूर इसकी कोई सूचना तक नहीं लगायी गयी है।
इस तालाब की सुरक्षा एवं गंदगी से बचाने के लिए अब तक कोई उपाय नहीं किए जा सके हैं। जहां धड़ल्ले से लोग गंदगी फैला रहे हैं। मूर्ति और प्रतिमा के साथ साथ हड़िया, ढकनी इत्यादि अवशेष सामग्री सब कुछ इसी तालाब में फेंकने से बाज नहीं आते हैं। जहां प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक छात्र की डूबने से मृत्यु भी हो गयी थी।
इस तालाब के किनारे अब तक रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं जा सकी है। फूल पत्ती और पौधों की बातें तो कोसों दूर की हैं। अलबत्ता गौशाला परिसर में होने वाले शादी व्याह के जूठे पत्तल एवं बेकार तथा बची खुची सामग्री भी यहा फेंक दी जाती है।