अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा शुरू होने से पहले ही अपने अंजाम तक पहुंच गई. यूपी सरकार ने पहले ही यात्रा पर रोक का एलान किया था जिसका असर 25 अगस्त की सुबह से ही दिखने लगा. असर भी ऐसा दिखा कि परिक्रमा का पराक्रम शुरू में ही फ्लॉप हो गया.
तोगड़िया और सिंघल गिरफ्तार
विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) ने रविवार को अयोध्या से अपनी विवादास्पद यात्रा की प्रतीकात्मक शुरूआत की, जबकि प्रशासन ने जबर्दस्त धरपकड़ के बीच संगठन के शीर्ष नेताओं प्रवीण तोगड़िया, वेदांती और अशोक सिंघल को गिरफ्तार कर लिया. तोगड़िया को जहां अयोध्या से गिरफ्तार किया गया, वहीं सिंघल को लखनऊ हवाई अड्डे से हिरासत में लिया गया. फैजाबाद में 625 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारियों ने लखनऊ में बताया कि स्वामी राम भद्राचार्य के साथ नयी दिल्ली से पहुंचे सिंघल को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अयोध्या जाने की जिद पर अड़ गए.
'रोक के खिलाफ देश भर में होंगे प्रदर्शन'
अयोध्या के गोलाघाट में अपनी गिरफ्तारी के तुरंत बाद तोगड़िया ने कहा कि चौरासी कोसी परिक्रमा पर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ कल समूचे देश में प्रदर्शन किए जाएंगे. उन्होंने कहा, ‘यह राजनीतिक नहीं, बल्कि धार्मिक यात्रा है और इस पर सरकार का प्रतिबंध तथा दमन किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.’ तोगड़िया ने कहा, ‘अब यह आंदोलन भारत के गांव..गांव में जायेगा और कल देश के सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन किया जायेगा.’ इसके पूर्व उत्तर प्रदेश सरकार के साथ टकराव का मोर्चा खोलते हुए रामजन्भूमि न्यास समिति के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास अपने मंदिर मणिराम छावनी से बाहर निकले और कुछ साधु संतों के साथ दस कदम चल कर यात्रा की प्रतीकात्मक शुरुआत की. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
'यात्रा को कोई तय समय नहीं'
गोपालदास ने कहा, ‘हमने यात्रा शुरू कर दी है. लेकिन इस यात्रा का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. यह यात्रा 12 महीने चलती है (यह कोई समयबद्ध नहीं).’ प्रशासन ने तोगड़िया और सिंघल के अतिरिक्त एक पूर्व भाजपा सांसद तथा एक वर्तमान विधायक सहित 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है.
'यूपी में मुगलिया सल्तनत'
सिंघल को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गयी है . सिंघल ने कहा, ‘मुझे क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है. हमने कौन सा अपराध किया है. हमें बताया जाये. उत्तर प्रदेश में मुगलिया सल्तनत चल रही है. साधु संतों को पूजा अर्चना से रोका जा रहा है.’ उन्होंने हवाईअड्डा छोड़ने से इनकार किया.
सिंघल बोले, दिल्ली वापस नहीं जाऊंगा
यह पूछे जाने पर कि क्या वह दिल्ली वापस जायेंगे, सिंघल ने कहा, ‘मैं दिल्ली वापस क्यों जाऊंगा . मैं तो अयोध्या जाने के लिए आया हूं.’ इस बीच, सिंघल को हिरासत में लिए जाने के विरोध में हवाई अड्डे के बाहर मौजूद बड़ी संख्या में भाजपा और विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए.
यात्रा शुरू होने से पहले पूर्व भाजपा सांसद रामविलास वेदांती और वर्तमान विधायक रामचंद्र यादव को सुबह गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि वेदांती को सुबह करीब सात बजे उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अपने घर से परिक्रमा के लिए रवाना हुए. उन्होंने बताया कि विधायक रामचंद्र यादव को भी यहां से गिरफ्तार कर लिया गया .
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने सिंघल तथा अन्य साधु संतों की गिरफ्तारी और चौरासी कोसी अयोध्या परिक्रमा पर लगे प्रतिबंध की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार का यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है और उसे किसी धार्मिक कार्यक्रम में व्यवधान नहीं डालना चाहिए. शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जबकि विहिप ने घोषणा की है कि वह यात्रा के कार्यक्रम पर आगे बढ़ेगी, जिसे सत्तारूढ़ सपा सरकार ने सांप्रदायिकता भड़कने की आशंका के चलते प्रतिबंधित कर दिया है.
छावनी में तब्दील यूपी
यूपी सरकार के मंत्री आजम खान ने कहा था कि किसी भी सूरत में यात्रा नहीं होने दी जाएगी. कोसी परिक्रमा से पहले अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया. इलाके में प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए. सरयू घाट और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं. फैजाबाद और अयोध्या समेत गोंडा, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, बहराइच, बस्ती जिलों में धारा 144 लागू है. बाराबंकी से फैजाबाद के सभी रास्तों पर पुलिस और दूसरे सुरक्षा बल तैनात हैं.