नवगछिया में 11 दिसंबर को संत ओशो ( भगवान रजनीश ) का जन्मोत्सव काफी धूम धाम से मनाया गया | इस मौके पर ओशो टेप्स प्रवचन प्रेम 2 सुनाया गया | साथ ही ध्यान उत्सव के दौरान डायनेमिक मेडिटेशन एवं ओंकार मानित साधना विधि कराई गयी | जिसमें अधिकांश साधक ध्यान के गहरे आनंद में डूब गए | इस कार्यक्रम के आयोजक स्वामी आनंद देव (डा0 आरके देव ) ने अपने विचार व्यक्त कराते हुए कहा कि
हर व्यक्ति एक बुरे आदमी को सुधारने में लग जाय, भले ही वह आदमी सुधारे या न सुधारे लेकिन आखिर में वह व्यक्ति पायेगा कि उसको सुधारने की कोशिश में मैं सुधार गया हूँ |
इस कार्यक्रम का संचालन स्वामी रामचन्द्र के द्वारा किया गया | विभिन्न जगहों से साधक व सन्यासी सम्मिलित हुए | ओशो कार्यक्रम के सहयोगी के रूप में राजेन्द्र जी, संजय चिरनिया, नीरज पोद्दार, राजा जी, कुमोद जी, डा0 सुभाष कुमार विद्यार्थी, सच्चिदानंद जी, बुल्लो जी आदि की मौजूदगी देखी गयी |