नव-बिहार समाचार/नेशनल न्यूज नेटवर्क (NNN) : श्रीलंका में बारिश के कारण आई बाढ़ और जमीन सरकने की घटनाओं में 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है जबकि दो हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं. यह देश में साल 2003 से लेकर अब तक की सबसे भयंकर बाढ़ है. अधिकारियों ने और अधिक बारिश आने की चेतावनी दी है. हालात अभी और खराब होने की आशंका से श्रीलंका ने यूएन से मदद मांगी है.
राहत और बचाव कार्य के लिए श्रीलंका की मदद के लिए भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस क्रिच वहां पहुंच चुका है. ये अपने साथ गोताखोर, डॉक्टर और जेमनी बोट लेकर गया है. इसने अब तक 50 से अधिक लोगों की जान बचा ली है. दूसरे जहाज आईएनएस शार्दूल के शनिवार रात तक श्रीलंका पहुंचने की उम्मीद है. इस जहाज में राहत सामग्री के साथ साथ हेलीकॉप्टर, जेमनी बोट्स, डॉक्टर और गोताखोर भी मौजूद हैं जो बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करेंगे.
मौसम विभाग ने बताया कि बारिश और हवा चलने का मौसम जारी रहने की आशंका है. इस बीच, देश के 14 जिलों में 52,603 परिवारों के कम से कम 200,382 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. श्रीलंका के तीनों बलों के जवानों समेत 1,000 से ज्यादा सेना के जवान राहत एवं बचाव अभियान में लगे हुए हैं.
श्रीलंका में भारी बाढ़
– 1970 के दशक के बाद से श्रीलंका भारी बाढ़ और लैंडस्लाइड्स की चपेट में है.
– 90 से ज्यादा लोगों की मौत.
– 110 से ज्यादा लापता.
– 200,382 लोग बाढ़ से प्रभावित.
– 1,000 से ज्यादा सेना के जवान राहत एवं बचाव में जुटे.