नव-बिहार न्यूज नेटवर्क, नवगछिया : इस अनुमंडल के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बाल विकास परियोजना की स्थिति बद से बदतर नजर आ रही है। कारण स्पष्ट है कि अनुमंडल के कई प्रखंडों में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ही नहीं हैं। जिसकी वजह से समय पर कार्यों का सही तरीके से मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है। कुपोषित, अतिकुपोषित एवं गर्भवती धात्री महिलाओं के बीच टीएचआर का वितरण भी सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी शिकायत करने के बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार इस्माइलपुर, रंगरा और नवगछिया प्रखंड में पिछले कई माह से सीडीपीओ नहीं हैं। इस्माइलपुर में सीडीपीओ का कार्य बीडीओ स्वेता कृष्णा देख रही हैं। तो रंगरा में बीडीओ राकेश कुमार ठाकुर और नवगछिया में बीडीओ राजीव कुमार रंजन देख रहे हैं। लिहाजा कार्यों की अधिकता के कारण किसी भी कार्य का समय पर निष्पादन नहीं हो पाता है। गोपालपुर प्रखंड में सीडीपीओ का प्रभार नारायणपुर सीडीपीओ संभाल रही हैं। इस कारण आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है।